मुलायम सिंह यादव की बहू और भाजपा नेत्री अपर्णा यादव अपनी ही पार्टी ने नाराज बताई जा रही हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अपर्णा यादव उत्तर प्रदेश महिला आयोग में उपाध्यक्ष बनाए जाने के फैसले से सरकार से काफी नाराज हैं. अगर ऐसा होता है तो यूपी उपचुनाव से पहले भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव उपाध्यक्ष पद से संतुष्ट नहीं हैं और वो गुरूवार को दिल्ली पहुंचकर भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर कर सकती हैं. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि अपर्णा किन नेताओं से मिलेंगी.
समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाली अपर्णा यादव को दिया गया पद उनके कद के मुताबिक नहीं है. महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनने के बाद अपर्णा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और चुप्पी साध ली. इसी वजह से माना जा रहा है कि वो पार्टी के इस फैसले से नाराज हैं.
अपर्णा की नाराजगी के चर्चे सियासी गलियारों में खुब हो रहे हैं. कहा तो ये भी जा रहा है वो समाजवादी पार्टी में शामिल होना चाहती हैं और इसीलिए उन्होंने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात भी की है. हालांकि अभी कुछ भी साफ तौर पर कहना जल्दबाजी होगी.
इस मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि अपर्णा नाराज नहीं हैं और वो सोमवार को अपना पदभार ग्रहण करेंगी. बता दें कि अपर्णा यादव सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं और उन्हें बुधवार को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है. 2022 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वो भाजपा में शामिल हुई थी.
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार अपर्णा और प्रतीक की गौशाला का दौरा कर चुके हैं. शुरूआत में उन्हें विधायक या सांसद पद का चेहरा बताया जा रहा था लेकिन उन्हें कोई टिकट नहीं दिया गया. अपर्णा महिला अधिकारों से जुड़े और अन्य मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं. बता दें कि अपर्णा यादव का जन्म एक जनवरी 1980 को अरविंद सिंह बिष्ट के घर में हुआ था. उस समय उनके पिता एक मीडिया कंपनी में कार्यरत थे.
सपा शासनकाल के दौरान वो सूचना आयुक्त बना दिए गए थे. अपर्णा यादव लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ी हुई हैं. बताया जाता है कि स्कूल के दिनों से ही वो प्रतीक यादव को जानती हैं और वहीं से उनकी दोस्ती शुरू हुई. इसके बाद दोनों की शादी हो गई और अपर्णा मुलायम सिंह यादव के परिवार की बहू बन गई.