CSK: आईपीएल की सबसे लोकप्रिय टीमों में एक चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) इस समय लय में नहीं दिखाई दे रही है. चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) ने हालांकि अभी तक दो ही मैच खेले हैं जिसमें उन्हें दूसरे मैच में आरसीबी ने करारी हार दी. 50 रनों से मिली इस हार के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) की हर क्षेत्र में पोल खोल कर रख दी है. चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) में दो ही मैचों में कुछ ऐसी खामियां देखने को मिली हैं जिससे फाइनल तो दूर टीम प्लेऑफ से ही बाहर हो सकती है.
कमजोर बैटिंग लाइन अपः
चेन्नई सुपरकिंग्स के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) की खराब बल्लेबाजी लाइनअप है. चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) की बल्लेबाजी बेहद खराब दौर से गुजर रही है. टीम में अगर रचिन रविंद्र, शिवम दुबे और ऋतुराज गायकवाड़ को छोड़ दिया जाए तो टीम में ऐसा कोई भी खिलाड़ी नहीं है जो रन बनाने की जिम्मेदारी ले. वहीं राहुल त्रिपाठी भी इस समय फॉर्म में नहीं है. अगर ऐसा ही प्रर्दशन आने वाले मैचों में टीम का रहा तो इस सीजन में टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाएंगी.
पावर हिटर की कमीः
सीएसके (CSK) में सबसे बड़ी कमी है पावर हिटर की. टीम में मौजूदा दौर में ऐसा कोई भी खिलाड़ी नहीं मौजूद है जो दवाब में बड़े-बडे हिट लगा सकें. जब भी टीम दबाव में थी तो कोई भी खिलाड़ी बड़े शॉट्स लगाने में कामयाब नहीं रहा. हालांकि टीम में सैम करन, रवींद्र जडेजा, रचिन रवींद्र जैसे खिलाड़ी है लेकिन वो निचले पायदान में फेल ही नजर आए हैं.
धोनी नहीं ले रहे जिम्मेदारीः
आरसीबी के मैच के दौरान देखने को मिला जब टीम को प्रति ओवर 14 रन की दरकार थी तो उस समय महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने के लिए नहीं आए उनके स्थान पर रविचंद्र अश्विन बल्लेबाजी करने के लिए उतरें. जबकि महेंद्र सिंह धोनी 9 वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे जब मैच में सीएसके पूरी तरह से पीछे हो गई थी. तब धोनी मैदान पर आए थे. धोनी ने इस दौरान 16 गेंदों में 30 रन बनाए. ऐसे में आलोचकों को धोनी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब वो इस तरह की बल्लेबाजी कर सकते थे तो पहले बल्लेबाजी करने के लिए क्यों नहीं आए.