आखिरी ओवर में 20 रन ना बना पाने के कारण टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और इस समय लीडर के रूप चेन्नई सुपरकिंग्स टीम में मौजूद महेंद्र सिंह धोनी आलोचकों की आलोचना का जमकर शिकार हो रहे हैं. आखिरी ओवर में ऐन वक्त पर आउट हो जाने के कारण लोग उनको जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं. वहीं कोच स्टीफन फ्लेमिंग का उनको साथ मिला हैं.
कोच फ्लेमिंग ने खुलासा कि अगर धोनी पूरी ताकत से 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते क्योंकि उनके घुटने में दिक्कत है. इसके अलावा मैच की स्थिति के आधार पर वो अपने बल्लेबाजी के क्रम को तय करते हैं.
फ्लेमिंग ने मैच के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ये समय की बात है. धोनी इसका आंकलन करते हैं. उनका शरीर, उनके घुटने अब पहले जैसे नहीं हैं, वो ठीक से मूव कर रहे हैं लेकिन इसमें पोषण संबंधी पहलू भी हैं. वो पूरी ताकत के साथ 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते इसलिए वो उस दिन आंकलन करते हैं कि वो हमें क्या दे सकते हैं.
उन्होंने कहा, अगर मैच आज की तरह संतुलन में हैं तो वो थोड़ा पहले जाएंगे और जब अवसर आएंगे तो वो अन्य खिलाड़ियों का समर्थन करेंगे इसलिए वो संतुलन बना रहे हैं. मैंने पिछले साल कहा था कि वो हमार लिए बेहद मूल्यवान है. उनकी नेतृत्वक्षमता और विकेटकीपिंग के साथ, उन्हें नौवें-दसवें ओवर में उतारना उचित नहीं हैं.
फ्लेमिंग ने कहा, देखिए वो 13 वें, 14 वें ओवर के बाद से रन बनाने की कोशिश कर रहे है, ये इस बात पर निर्भर करता है कि कौन खेल रहा है.
उधर राजस्थान की जीत के हीरो रहे नीतीश राणा ने कहा, मुझे कल पता चला जब राहुल सर(मुख्य कोच राहुल द्रविड़) ने अभ्यास पर जाने से पहले मुझे बुलाया, रियान ने भी इस दौरान कहा कि क्या मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं, मुझे लगता है कि ये फैसला बेहद अच्छा था.
कहा कि, शुरूआती दो मैच में मैं कड़ा प्रहार करने की कोशिश कर रहा था. इसलिए पिछले दो मैच से मेरी सीख ये रही थी कि अगर मैं इस विकेट पर गति का इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं तो रन बनाने में मेदी सफलता दर बढ़ सकती है और आज, मैंने वही किया.