दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके, पाकिस्तान था केंद्र, घरों के फर्नीचर हिले

दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान बताया जा रहा है. इस्लामाबाद और लाहौर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.

इस दौरान रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई. भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर में भी महसूस किए गए. अफगानिस्तान भी झटकों से हिल गया. गौरतलब है कि दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

गौरतलब है कि धरती के अंदर सात टेक्टोनिरक प्लेट्स हैं, ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं. जब इन प्लेटों का आपस में टकराव होता है, रगड़ती हैं. एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती हैं. इसे ही भूकंप कहते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है.

रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपिसेंटर से नापा जाता है. केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. 1 का मतलब होता है कि कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है. वहीं 9 को सबसे ज्यादा माना जाता है. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है.

ऐसे मापा जाता है भूकंपः

भूकंप कितना खतरनाक है इसे रिक्टर स्केल पर मापने के बाद ही पता चल सकता है. भूकंप में रिक्टर पैमाने पर हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा खतरनाक होता है.

  • O से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है.
  • 2 से 2.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है.
  • 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे मानो बगल से कोई ट्रक गुजर गया हो.
  • 4 से 4.9 की तीव्रता के भूकंप में खिड़कियां टूट जाती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं.
  • 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर के फर्नीचर हिल सकते हैं.
  • 6 से 6.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों की नींव को दरका सकता है इसके साथ ही ऊपरी मंजिलों को नुकसान पहुंच सकता है.
  • 7 से 7.9 की तीव्रता के भूकंप आने पर इमारतें ढह जाती है. जमीन के अंदर पाइप लाइन फट जाती है.
  • 8 से 8.9 की तीव्रता वाले भूकंप में इमारतों के साथ-साथ बड़े-बड़े पुल भी गिर जाते हैं.,
  • 9 या 9 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप में तबाही मचती है.

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