झारखंड के राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा काफी तेजी से चल रही है कि क्या जेएमएम के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं. ये कयास बेवजह नहीं लगाए जा रहे हैं बल्कि इसके पीछे भाजपा और चंपई सोरेन के दिए गए बयान हैं.
इनके बयानों के बाद ही ये चर्चा शुरू हो गई कि झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले जेएमएम को बड़ा झटका लग सकता है. हालांकि चंपई सोरेन अभी ज्यादा कुछ नहीं कह रहे हैं. बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा है कि अभी ऐसा कुछ भी नहीं है, अभी मैं जहां हूं वहीं पर हूं ये खबर कहां से आ रही है मुझे पता नहीं है. फिलहाल मैं अभी अपने निवास टाटा जा रहा हूं.
दरअस्ल असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री काल के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 5 साल में जेएमएम कांग्रेस गठबंधन की सरकार में अगर कोई काम हुआ है तो वो चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री रहते ही हुआ है. इसके बावजूद झारखंड सरकार के बैनरों और पोस्टरों से चंपई सोरेन की तस्वीर हटाई जा रही है.
झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने भी चंपई सोरेन की तारीफ करते हुए कहा कि वो एक विशाल व्यक्तित्व के स्वामी हैं. वो एक बेहतर मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहे थे, राज्य की जनता भी उनके काम से खुश थी लेकिन उन्हें जिस तरह से हटाया गया वो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण था.
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद पार्टी टूटने की आशंका के बीच चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बना दिया गया था. वो चाहते थे कि उन्हें विधानसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री बन रहने दिया जाए लेकिन हेमंत सोरेन की रिहाई के बाद अचानक उन्हें पद से हटा दिया गया.
फिलहाल चंपई सोरेन खामोश हैं लेकिन उन्हें लेकर झारखंड से दिल्ली तक कयासों का दौर जारी है. अगर वो पाला बदलते हैं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए ये बहुत बड़ा झटका साबित होगा.