क्रूड ऑयल की कीमतों में हाल ही में आई गिरावट ने इस बात को बढ़ावा दे दिया है कि क्या भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम कम होंगे. साल 2021 के बाद पहली बार क्रूड ऑयल 70 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल के दामों कटौती की चर्चा होने लगी है.
12 सितंबर को पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने बताया कि भारत की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में हाल की गिरावट के चलते ईंधन की कीमतों को घटाने पर विचार कर सकती है. अगर ये ट्रे्ंड जारी रहा तो पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी हो सकती है.
पेट्रोलियम और वित्त मंत्रालय दाम घटाने पर कर रहा विचारः
ऐसे में अब ये सवाल उठने लगा है कि क्या भारत में पेट्रोल का दाम 75 रुपये प्रति लीटर और डीजल का रेट 67 रुपये प्रति लीटर पर आएगा?
पंकज जैन ने बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय ने विंडफॉल टैक्स पर बातचीत की है इस पर अंतिम निर्णय रेवन्यू विभाग लेगा. दोनों मंत्रालय इस मुद्दे पर आगे भी चर्चा करेंगे.
पेट्रोलियम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के बीच बातचीत विंडफॉल टैक्स की समीक्षा और तेल की संभावित कटौती के फैसले का असर भारत के ऑयल मार्केट और पेट्रोल-डीजल के रेट पर महत्वपूर्ण असर डाल सकता है.
जैन ने कहा कि पिछले 7 से 10 दिनों में तेल की कीमतें कम हुई हैं. अब ये देखना होगा कि ये ट्रेंड कब तक चलने वाला है. उन्होंने कहा कि उन्हें तेल की कीमतों पर लंबे पीरियड के ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना होगा.
12 सितंबर को ब्रेंट क्रूड की कीमतें नवंबर के लिए $71.61 प्रति बैरल थी जबकि अमेरिकी क्रूड की कीमतें अक्तूबर के लिए $68.23 प्रति बैरल थी. ब्रेंट क्रूड, जोकि वैश्विक मानक है, जो 2021 के बाद पहली बार है, ऐसे में एक्सपर्ट भविष्यवाणी कर रहे हैं कि तेल की कीमतें और भी गिर सकती हैं.