उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने उपचुनाव को लेकर सभी राजनैतिक दलों की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी ने भी उपचुनाव वाली सीटों पर प्रभारियों के नाम का एलान कर दिया है.
सपा और कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तर्ज पर गठबंधन में ही रहेंगे. इंडिया गठबंधन का मुख्य मुकाबला एनडीए से ही है लेकिन अगर मायावती ने भी चुनाव लड़ने का एलान कर दिया तो मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है.
कांग्रेस पार्टी की ओर से सांसद किशोरी लाल शर्मा को पर्यवेक्षक बनाया गया है, जबकि मीरपुर सीट के लिए सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. कांग्रेस ने कुंदरकी सीट के लिए सीतापुर सीट से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है.
साथ ही गाजियाबाद सीट पर बाराबंकी से सांसद तनुज पुनिया को पर्यवेक्षक बनाया गया है. इसी तरह मझवां सीट के लिए कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. साथ ही फूलपुर सीट के लिए प्रयागराज से सांसद उज्जवल रमण सिंह को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, कटेहरी सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पर्यवेक्षक बनाया गया है.
समाजवादी पार्टी की तरफ से विधायक से सांसद बने अवधेश प्रसाद को मिल्कीपुर अयोध्या सीट की जिम्मेदारी दी गई है, इससे पहले वो इसी सीट से विधायक थे. इसके अलावा चाचा शिवपाल यादव को कटेहरी, इंद्रजीत सरोज को फूलपुर, चंद्रदेव यादव को करहल, वीरेंद्र सिंह को मझवां और राजंद्र कुमार को सीसामऊ सीट का प्रभारी बनाया गया है.
बतया जा रहा है कि बाकी बची 04 सीटों पर भी जल्द ही प्रभारियो के नाम का एलान हो सकता है. वहीं बसपा की तरफ से अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र भैया को कटेहरी विधानसभा उपचुनाव का प्रभारी बनाया गया है.