यूपी में होने वाले उपचुनाव से पहले प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा दांव खेलते हुए मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को बेहद महत्वपूर्ण पद दे डाला. माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले का असर यादव बाहुल्य सीटों और खासकर करहल सीट पर पड़ सकता है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को महिला आयोग के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की घोषणा की, इनमें बबीता चौहान को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा अपर्णा यादव और गोरखपुर की चारू चौधरी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. राज्य महिला आयोग में कुल 24 सदस्य हैं जिनमें प्रियंका मौर्या का भी नाम शामिल है.
प्रियंका वही हैं जो 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्लोगन लड़की हूं लड़ सकती हूं की पोस्टर गर्ल थी. इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली और आज महिला आयोग की सदस्य बन गई हैं.
बता दें कि अपर्णा यादव सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं. 2022 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वो भाजपा में शामिल हुई थी. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार अपर्णा और प्रतीक की गौशाला का दौरा कर चुके हैं. शुरूआत में उन्हें विधायक या सांसद पद का चेहरा बताया जा रहा था लेकिन उन्हें कोई टिकट नहीं दिया गया.
अपर्णा महिला अधिकारों से जुड़े और अन्य मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं. बता दें कि अपर्णा यादव का जन्म एक जनवरी 1980 को अरविंद सिंह बिष्ट के घर में हुआ था. उस समय उनके पिता एक मीडिया कंपनी में कार्यरत थे. सपा शासनकाल के दौरान वो सूचना आयुक्त बना दिए गए थे.
अपर्णा यादव लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ी हुई हैं. बताया जाता है कि स्कूल के दिनों से ही वो प्रतीक यादव को जानती हैं और वहीं से उनकी दोस्ती शुरू हुई. इसके बाद दोनों की शादी हो गई और अपर्णा मुलायम सिंह यादव के परिवार की बहू बन गई.