ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया. दोनों पहलवानों ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी, उसके बाद से ही ये कयास लगाए जाए जा रहे थे कि विनेश और बजरंग कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं. अंततः आज दोनों पहलवानों ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत कर दी.
पार्टी ज्वाइन करने के बाद दोनों को हरियाणा विधानसभा चुनाव में पत्याशी बनाना लगभग तय है. जल्द ही दोनों के नामों की आधिकारिक घोषणा हो सकती है. बताया जा रहा है कि विनेश फोगाट को जुलाना और दादरी व बजरंग पुनिया को बादली विधानसभा सीट से टिकट मिल सकता है. फिलहाल अभी ये कयास है अंतिम फैसला कांग्रेस पार्टी को लेना है.
हरियाणा की राजनीति में जाट समुदाय की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, यहां जाटों की आबादी तकरीबन 22 फीसदी से अधिक है. जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दोनों पहलवानों के आने से हरियाणा में कांग्रेस को जाट वोटों का फायदा मिल सकता है. साथ ही दोनों लोग राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भी भाजपा को काउंटर करेंगे.
दोनों युवा खिलाड़ी हैं इसलिए युवा वोटर भी कांग्रेस से जुड़ सकता है. खासकर विनेश महिलाओं के मुद्दे पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. बता दें कि विनेश और बजरंग ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता पर शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे, उन्होंने जंतर मंतर पर धरना भी दिया था जिसे पुलिस ने बल पूर्वक खत्म करा दिया.
भाजपा सरकार का ये कदम अब उनपर भारी पड़ सकता है. हरियाणा चुनाव में दोनों नेता कांग्रेस पार्टी को जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. आज दोनों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली.