उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जहां एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हुआ था। राज्य में एक्सप्रेस वे बनने का शुरू हुआ सिलसिला लगातार जारी है। एक के बाद एक एक्सप्रेस वे बनते जा रहे हैं। जिसके चलते उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा एक्सप्रेस वे हो गए हैं। अब यूपी से बिहार तक एक्सप्रेस वे से पहुँचना संभव हो पाएगा। जल्द ही बिहार तक एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू होने वाला है।
गंगा एक्सप्रेस-वे
मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा गंगा एक्सप्रेस वे अब आगे बिहार सीमा तक जाएगा। इसके लिए दूसरे चरण के काम में प्रयागराज से बलिया तक बनाया जाएगा। छह लेन का यह एक्सप्रेस वे प्रयागराज से बलिया तक 350 किलोमीटर तक होगा। यानि जब गंगा एक्सप्रेस वे के दो चरण पूरे हो जाएंगे तो बिहार तक जाने के लिए एक्सप्रेस वे की सुविधा होगी। बिहार से आने वाले इसके जरिए सीधे मेरठ, नोएडा और दिल्ली पहुँच सकते हैं।
योजना पर काम शुरू
एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण के लिए योजना पर काम हो रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण(यूपीडा) ने इसका सर्वे का काम शुरू कर दिया है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद इसके एलाइमेंट सर्वे के लिए एजेंसी का चयन होगा। यह एक्सप्रेस वे प्रयागराज में जहां से ख़त्म होगा, वहाँ से इसका दूसरा चरण शुरू होगा।
बिहार से दिल्ली तक सफर
यह मिर्ज़ापुर, भदोही, वाराणसी, ग़ाज़ीपुर और बलिया तक जाएगा। बलिया से ही बिहार की सीमा शुरू होती है। ख़ास बात यह है कि ग़ाज़ीपुर में ही गंगा एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। इस तरह पूर्वी यूपी व बिहार से आने वाले लोग गंगा एक्सप्रेस वे के ज़रिए सीधे एनसीआर पहुंच सकते हैं।
CM योगी का निर्देश
गंगा एक्सप्रेस-वे का काम तेज़ी से चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी साल दिसंबर तक इसे पूरा करने के निर्देश दिए हैं। लक्ष्य है कि गंगा एक्सप्रेसवे को कुंभ मेले तक जनता के लिए चालू किया जा सके। माना जा रहा है कि इसका पूरा कार्य समय रहते हो जाएगा।