Jiocoin : रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल शाखा, जियो प्लेटफॉर्म्स, जो मुकेश अंबानी द्वारा संचालित है. इस प्लेटफॉर्म ने हाल ही में अपनी नई क्रिप्टोकरेंसी “जियो कॉइन” को पेश किया है. यह क्रिप्टोकरेंसी पोलिगॉन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर आधारित है और इसका उद्देश्य जियो के यूज़र्स को एक नई प्रकार के रिवॉर्ड टोकन के रूप में आकर्षित करना है.
क्या है Jiocoin ?
खबरों के मुताबिक, जियो प्लेटफॉर्म्स ने पॉलीगॉन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर एक नया रिवॉर्ड टोकन लॉन्च किया है, जिसे जियोकॉइन कहा जा रहा है. ब्लॉकचेन नेटवर्क पर आने से इसे क्रिप्टोकरेंसी कहा जा रहा है. यह टोकन फिलहाल जियोस्फीयर (JioSphere) ब्राउजर में इंटीग्रेट किया गया है, जो जियो का खुद का वेब ब्राउजर है. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स का दावा है कि यह टोकन उन लोगों को रिवॉर्ड करता है जो जियोस्फीयर ब्राउजर के जरिए इंटरनेट ब्राउज करते हैं.
Jiocoin wallet is LIVE!!!
Yes, yes, this is an unbelievable update! This is real… it’s happening!
You can accumulate JioCoins in a Web3 Wallet built on Polygon (A Public Blockchain).@0xAishwary @sandeepnailwal @sandeepnailwal, is it true? pic.twitter.com/2ruVMy9SRx
— Kashif Raza (@simplykashif) January 16, 2025
हालांकि, यह टोकन अभी ट्रांसफर या रिडीम नहीं किया जा सकता. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि जियो के बड़े इकोसिस्टम में इसे और इंटीग्रेट किया जाएगा, जिससे इसका महत्व बढ़ेगा.
कैसे इस्तेमाल होगा Jiocoin?
बिटिनिंग (Bitinning) नामक एजुकेशन प्लेटफॉर्म के सीईओ और क्रिप्टो एक्सपर्ट काशिफ रजा, का मानना है कि आने वाले समय में जियोकॉइन का इस्तेमाल सीमित रूप से किया जा सकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि इसे मोबाइल रिचार्ज और रिलायंस के पेट्रोल पंपों पर खरीदारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
मुद्रा बाजार और भविष्य की दिशा :
जियो कॉइन (Jio Coin) की लॉन्चिंग क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारत की स्थिति पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकती है. अगर यह टोकन जियो के इकोसिस्टम में अच्छी तरह से एकीकृत होता है, तो यह एक नई डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन सकता है. इसके बावजूद, अभी के लिए यह कहना मुश्किल है कि जियो कॉइन का मूल्य कितना स्थिर रहेगा और इसके बाद क्या इसे अन्य डिजिटल सेवाओं के साथ जोड़ा जाएगा.
जियो का भारतीय बाजार में पकड़ :
मुकेश अंबानी की जियो (Jio Coin) ने पहले ही भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बना ली है, और अब इस क्रिप्टोकरेंसी के साथ यह और भी मजबूत हो सकता है. इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति भारत में हमेशा विवादास्पद रही है, इसलिए जियो कॉइन के भविष्य को लेकर असमंजस बना हुआ है.
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