बीते दो सालों में बतौर ओपनर रोहित शर्मा ने एग्रेसिव रुख़ अपनाया है। वर्ल्ड कप 2023 से लगातार वह उसी प्रकार की क्रिकेट खेल रहे हैं। भारत को इसका फ़ायदा भी हुआ है। रोहित शर्मा द्वारा शुरुआती तेज़ी से रन बनाने से बाक़ी के आने वाले बल्लेबाज़ों के लिए क्रीज़ पर रुककर बल्लेबाज़ी करना आसान हो जाता है। लेकिन तेज़ी से रन बनाने के चक्कर में रोहित कई बार जल्दी ही पवेलियन लौट जाते हैं। पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर रोहित के इस प्रदर्शन से खुश नहीं हैं।
रोहित ने पिछली चार पारियों में 104 रन बनाए हैं। जब इसको लेकर टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट आंकड़े से ज़्यादा प्लेयर के इंपैक्ट पर यक़ीन रखता है।
इसपर सुनील गावस्कर का कहना है कि अगर रोहित 25 ओवर तक बल्लेबाज़ी करते हैं तो भारत का स्कोर उस समय 180 से 200 के पास होगा। अब आप कल्पना कीजिए कि अगर एक दो विकेट गिर भी जाते हैं तब भी भारत बड़ी ही आसानी से 350 या इससे अधिक के स्कोर तक पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें सोचने की ज़रूरत है। वो एक अलग बात है कि आप एग्रेसिव अन्दाज़ में खेलें, लेकिन ज़रूरत है कि वह ख़ुद को मौक़ा दें और 25 से 30 ओवर तक बल्लेबाज़ी करें। अगर वह ऐसा करते हैं तो विपक्षी टीम से मैच निकाल कर दे सकते हैं। इस तरह के इंपैक्ट को मैच विनिंग कहेंगे।
आगे गावस्कर कहते हैं कि मुझे लगता बतौर बल्लेबाज़ आप 25 या 30 रन बनाकर खुश नहीं होंगे। आपको होना भी नहीं चाहिए। तो मैं उनसे यही कहना चाहूंगा कि आपका इंपैक्ट टीम में और अधिक होगा अगर आप 25 ओवर तक बल्लेबाज़ी करते हैं ना कि सिर्फ़ आठ से नौ ओवर में आउट होकर चले जाएं।
खेले जा रहे मौजूदा आईसीसी टूर्नामेंट में रोहित शर्मा का सर्वोच्च स्कोर 41 रन का है। जोकि उन्होंने पहले ही मैच में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ बनाया था। इसके बाद उन्होंने 20 रन पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बनाए। 15 रन न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ बनाए और 28 रनों की पारी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में खेली।