गब्बर की अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को कहा अलविदा,…

भारतीय क्रिकेट टीम में गब्बर के नाम से पहचान बना चुके विस्फोटक बल्लेबाज शिखर धवन ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को अलविदा कह दिया.38 वर्षीय शिखर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साढा करके अपने फैसले की जानकारी दी. गब्बर ने 2022 में भारत के बांग्लादेश दौरे के बाद से भारतीय पुरुष राष्ट्रीय टीम के लिए कोई मैच नहीं खेला है.

SHIKHAR DHAWAN ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान

शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। 38 साल के इस खिलाड़ी ने 2010 में भारत के लिए डेब्यू किया था। अपने 13 साल के करियर में वह 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। जिसमें सभी प्रारुपों में 10,000से अधिक रन बनाए है.

Shikhar Dhawan ने X हैंडल पर की घोषणा

गब्बर ने अपने X हैंडल पर वीडियो में कहा मेरे दिमाग में हमेशा एक ही लक्ष्य था कि मैं भारतीय टीम के लिए खेलूं और मैंने इसे कई लोगों की बदौलत हासिल किया. सबसे पहले मेरा परिवार, मेरे बचपन के कोच तारक सिन्हा और मदन शर्मा के मार्गदर्शक में मैने क्रिकेट सीखा.

संन्यास का एलान करते हुए धवन ने कहा, ‘नमस्कार दोस्तों! आज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा हूं, जहां से मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो ढेरों यादें नजर आती हैं और जब आगे देखता हूं तो पूरी दुनिया। मेरी हमेशा से एक ही मंजिल थी इंडिया के खेलना और ऐसा हुआ भी। इसके लिए मैं कई लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, मेरा परिवार, मेरे बचपन के कोच तारिक सिन्हा, मदन शर्मा, जिनके अंडर मैंने क्रिकेट सीखी।

फिर मेरी टीम जिनके साथ मैं वर्षों तक खेला। एक नया परिवार मिला। नाम मिला। साथ मिला। ढेर सारा प्यार मिला। कहते हैं न कि कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटने जरूरी है। बस, मैं भी ऐसा करने जा रहा हूं। मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास का एलान कर रहा हूं। अब जब मैं इस क्रिकेट यात्रा को अलविदा कह रहा हूं कि तो मेरे दिल में एक सुकून है कि मैं लंबे समय तक देश के लिए खेला।

मैं बीसीसीआई और डीडीसीए को भी शुक्रिया कहना चाहूंगा कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं अपने फैंस का भी शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया। मैं बस खुद से यही कहता हूं कि तुम इस बात से दुखी मत हो कि अब तुम देश के लिए नहीं खेलोगे, बल्कि इससे खुश हो कि तुम देश के लिए बहुत खेले।’

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