मंगलवार का दिन इंडसइंड बैंक के शेयरधारकों के लिए अमंगल साबित हुआ. एक ही दिन में इंडसइंड बैंक का शेयर 27 फीसदी टूटकर 52 सप्ताह के निचले स्तर 653 रूपये पर पहुंच गया. पिछले 5 कारोबारी दिनों से इस बैंक के शेयर में गिरावट का सिलसिला चल रहा था.
मंगलवार की गिरावट से बैंक को तकरीबन 18000 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ. इंडसइंड बैंक के शेयरों में आई इस गिरावट ने निवेशकों की नींद उड़ाकर रख दी है. इस पूरे मामले पर बैंक के प्रमोटर्स अशोक हिंदुजा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. ये एक सामान्य समस्या है. इसका समाधान हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि उनकी चिंता इस बात को लेकर है कि उन्हें पहले क्यों नहीं बताया गया क्योंकि बैंकिंग व्यवसाय ईमानदारी और विश्वास पर आधारित है. हिंदुजा बंधु ने कहा कि बेंक की वित्तीय स्थिती मजबूत बनी हुई है, पिछले 9 महीनों का परिचालन लाभ 11000 करोड़ रूपये से अधिक है.
ऐसे में 1600 करोड़ का झटका ज्यादा मायने नहीं रखता है. उन्होंने कहा कि इस इश्यू की पहचान बैंक मैनेजमेंट द्वारा की गई है, ऑडीटर्स द्वारा नहीं. बाजार को बैंक की पारदर्शिता की सराहना करनी चाहिए.
ये है गिरावट की वजह
10 मार्च को बाजार बंद होने के बाद बैंक ने अपने वायदा विकल्प विसंगतियों की सूचना दी थी. इंडसइंड बैंक ने शेयर बाजार को बताया था कि उसकी आंतरिक समीक्षा के दौरान कुफद विसंगतियां पाई गई हैं.
इसकी वजह से बैंक की कुल संपत्ति पर 2.35 प्रतिशत के प्रतिकूल प्रभाव का अनुमान लगाया गया है. इसके चलते बैंक को मार्च तिमाही के दौरान 15800 करोड़ का नुकसान हो सकता है.
बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में बीते 5 महीनों से गिरावट का चला आ रहा सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शेयर बाजार की लगातार गिरावट से निवेशक काफी मायूस हो गए हैं. विदेशी निवेशक लगातार भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं.