BSA Gold Star 650 महिंद्रा ग्रुप की सहायक कपंनी BSA मोटरसाइकिल ने भारतीय बाजार में अपनी नई BSA Gold Star 650 को लॉन्च कर दिया है. यह कंपनी की नई मॉडर्न रेट्रो मोटरसाइकिल है, जिसे भारत में ही बनाया गया है.BSA Gold Star 650 को ड्यूल-क्रैडल डिजाइन के साथ ट्यूबलर स्टील फ्रेम पर बनाया गया है इसके सस्पेंशन सिस्टम में टेलिस्कोपिक फोर्क और पीछे की तरफ ट्विन शॉक एब्जॉर्बर शामिल हैं.
कैसा है इंजन?
इसमें आपको 652cc का 4 वॉल्व, DOHC, सिंगल सिलेंडर, लिक्विड-कूल्ड इंजन मिल जाता है. यह इंजन 6,500rpm पर 45 bhp की पावर और 4,000rpm पर 55nm का टॉर्क जनरेट करता है. जिसे कि 5 स्पीड गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है. साथ ही इसमें आपको 160km प्रति घंटे से ज्यादा की टॉप स्पीड मिल जाती है
BSA Gold Star 650 का डिजाइन
BSA Gold Star 650 को ड्यूल-क्रैडल डिजाइन के साथ ट्यूबलर स्टील फ्रेम पर बनाया गया है इसके सस्पेंशन सिस्टम में आगे की तरफ 41 mm का टेलिस्कोपिक फोर्क और पीछे की तरफ ट्विन शॉक एब्जार्जर शामिल है वहीं ब्रेकिंग के लिए 320mm का फ्रंट डिस्क और 255mm का रियर डिस्क शामिल है
दूसरी ओर इंटसेप्टर 650 ट्यूबलर स्टील फ्रेम कंस्ट्रक्शन को साझा करता है जिसमें 110mm ट्रैवल वाला फ्रंट सस्पेंशन और पीछे की तरफ 88mm ट्रैवल वाला ट्विन कॉइल-ओवर शॉक है.
क्या है फीचर्स?
इसमें आपको एग्जॉस्ट और इंजन कंपोनेंट पर क्रोम एक्सेंट मिल जाते हैं. साथ ही दो-पॉड एनालॉग इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर कंपनी द्वारा दिए गए हैं, जिसमें स्पीडोमीटर और मल्टी-इंफॉर्मेशन डिस्प्ले के साथ टैकोमीटर मिल जाता है. वहीं बाइक के हैंडलबार पर USB पोर्ट और बाईं ओर थ्रॉटल बॉडी के पास 12V सॉक मिलते हैं.
BSA Gold Star 650 का वजन और रंग?
इस बाइक का वजन 213 किलोग्राम है, जो इसे Royal Enfield Interceptor 650 से सिर्फ 5 किलोग्राम हल्का बनाता है। Interceptor 650 का वजन 218 किलोग्राम है। इस वजन के अंतर का प्रदर्शन पर क्या असर पड़ेगा, यह बाइक चलाने के बाद ही पता चलेगा।वहीं, BSA की UK वेबसाइट पर Gold Star के दो वेरिएंट उपलब्ध हैं।
एक मानक मॉडल, जो 5 रंगों में आती है, और दूसरा लेगेसी वेरिएंट, जिसमें अधिक क्रोम एक्सेंट और एक अनोखा सिल्वर शीन रंग (Silver Sheen colour) है। दोनों वेरिएंट में समान विशेषताएं हैं।
यूरोप और यूके के 23 देशों में गोल्ड स्टार की धूम
गोल्ड स्टार 2021 में अपने रीलॉन्च के बाद से यूरोप और यूके के 23 देशों तक पहुंच बना चुकी है। भारत में यह आजादी से पहले इम्पोर्ट की जाती थी। 1861 में बर्मिंघम स्मॉल आर्म्स कंपनी (बीएसए) के रूप में स्थापित हुई। शुरुआत में यह ब्रांड मूल रूप से फायर आर्म्स का प्रोडक्शन करता था। 1903 तक इसने मोटरसाइकिल इंडस्ट्री में विस्तार किया और 1910 में अपना पहला मॉडल लॉन्च किया।