अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बीच गूगल की एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि ईरानी हैकर्स ने अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप कर चुनाव प्रचार अभियान को निशाना बना रहे हैं.
गूगल की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े हैकर ग्रुप APT42 ने अमेरिका के चुनाव प्रचार अभियानों, सरकारी अधिकारियों और हाई प्रोफाइल संगठनों व व्यक्तिययों को निशाना बनाया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े लोगों के पर्सनल अकाउंट पर हैकिंग के असफल प्रयास देखने को मिले.
अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस की चुनावी प्रचार टीम ने कहा था कि चुनाव प्रचार अभियान को विदेशी हैकर्स द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार टीम ईरान पर हैकिंग के आरोप लगाए थे.
इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से ईरान को चेतावनी दी गई थी कि अगर उसने हैंकंग के प्रयास किए तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच रिश्ते कभी बहुत ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं. दोनों देशों के बीच अक्सर तनातनी चलती ही रहती है. दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते ही रहते हैं. हाल में इजराइल को लेकर भी दोनों के बीच तल्खी काफी बढ़ी हुई है.