Champions Trophy 2025 में भारत का पहला मुक़ाबला बांग्लादेश के साथ 20 फ़रवरी को होगा। हाइब्रिड मॉडल के चलते भारत अपने सभी मुक़ाबले पाकिस्तान में ना खेलकर दुबई में खेलेगा। बांग्लादेश के बाद पाकिस्तान के साथ होने वाला मैच भी दुबई स्टेडियम में खेला जाएगा। अच्छी बात ये है कि दुबई में भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है।
भारत ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दो मैच दुबई में खेले हैं और दोनों में ही टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है। दुबई में कुल 58 वनडे मैच खेले गए हैं। जिसमें 22 मैच पहले बल्लेबाज़ी करते हुए टीमों ने जीते हैं. जबकि 34 मैच पहले बॉलिंग करने वाली टीम ने जीते हैं। यानि चेस करना इस पिच पर आसान रहा है। सर्वाधिक स्कोर की बात करें तो वह 355 रनों का है। जोकि इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच हुए मैच में बना था। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 355 रन बनाए थे। जिसके जवाब में पाकिस्तान टीम 271 रन बना सकी थी। सर्वाधिक सफल चेज स्कोर की बात करें तो वह 287 रनों का है। जिसे श्रीलंका ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ चेस किया था।
दुबई की धीमी पिच लेकिन स्पिनर्स के लिए मददगार भी नहीं
दुबई की पिच स्लो ज़रूर रहती है लेकिन स्पिनर्स के लिए कुछ ज़्यादा मददगार भी साबित नहीं होती है। तेजगेंदबाज़ों का दबदवा भी दिखाई देता है। ऐसे में भारत के लिए सही टीम का चयन सबसे अहम होगा। टीम के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की ग़ैरमौजूदगी में तेज़ी गेंदबाज़ी की कमान अर्शदीप और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाज़ों के हाथों में होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि स्पिन और तेजगेंदबाज़ी के किस कॉम्बिनेशन के साथ भारतीय टीम मैदान पर उतरती है।