भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी इस वक्त चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खेल रही भारतीय टीम का हिस्सा हैं। तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी मैदान पर अपना सौ प्रतिशत देते हुए अपनी नेशनल ड्यूटी को बखूबी निभा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल मैच में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन इसी मैच के चलते वह अब ट्रोल हो रहे हैं। दरअसल, कुछ कट्टरपंथियों द्वारा ऐसा कहा जा रहा है कि शमी ने रोज़ा ना रखकर गुनाह किया है। लेकिन हाशिम आमला की जिस पारी को दिखाकर शमी को ट्रोल किया जा रहा था। अब उसकी पोल खुल गई है।
मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया। जिसके बाद वह कुछ लोगों के निशाने पर आ गए। उनका कहना है कि रमज़ान के महीने में शमी ने रोज़ा नहीं रखा, जोकि एक बड़ा गुनाह है। इसके पक्ष में एक स्टोरी हाशिम आमला की सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि साल 2012 में दक्षिण अफ़्रीका के खिलाड़ी हाशिम आमला ने रोज़ा रखते इंग्लैंड के खिलाफ ओवल मैदान में नाबाद 311 रनों की पारी खेली थी।
जूठा दावा
द गार्डियन की एक रिपोर्ट में हाशिम आमला का बयान दिया हुआ है। यह बयान द गार्डियन में उसी समय छपा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि चूंकि मैं घर से दूर यात्रा कर रहा हूं, इसलिए मुझे रोज़ा रखने की जरूरत नहीं है। इसलिए मैं रोज़ा नहीं रख रहा हूं। लेकिन घर पहुंचने पर मैं रोज़ा पूरा कर लूंगा।
इस तरह अगर देखें तो जिस हाशिम आमला की पारी का सहारा लेकर मोहम्मद शमी को ट्रोल किया जा रहा है असल में वह दावा झूठा है। हालांकि कुछ लोग शमी का बचाव भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि दुबई की गर्मी में रोज़ को रखते हुए खेलना बहुत मुश्किल है। ऐसे में शमी ने अगर रोज़ा नहीं रखा है तो उन्होंने कुछ ग़लत नहीं किया है।