भारतीय टीम के मुस्लिम खिलाड़ी मोहम्मद शमी को चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान रोजा ना रखने को लेकर लोगों ने खूब ट्रोल किया था. अब शमी ने ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा है कि उन्होंने अपने देश के लिए रोजे छोड़े हैं जिसकी भरपाई वो बाद में कर देंगे.
दुबई क्रिकेट स्टेडियम में प्रेस वार्ता के दौरान जब मोहम्मद शमी से रोजा ना रखने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये मेरे देश का मामला है. भारतीय क्रिकेटरों के लिए एक शेड्यूल है और हमें उसी के अनुसार चलना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान मैच खेलना आसान नहीं होता क्योंकि हमें टीम मैनेजमेंट द्वारा तय की गई डाइट, ट्रेनिंग और रिकवरी प्रक्रिया का पालन करना बेहद जरूरी होता है. शमी ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उनका पूरा ध्यान अपने देश को जीत दिलाने पर था. रोजे की भरपाई में बाद में करूंगा.
शमी का ये अंदाज बताता है कि उनके लिए देश सबसे अहम है और वो अपने धर्म का पालन करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं. याद रहे कि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मैदान पर पानी पीते हुए शमी की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी.
उसके बाद लोग उन्हें रमजान के महीने में रोजा ना रखने को लेकर ट्रोल करने लगे. धीरे-धीरे ये बड़ी बहस का मुद्दा बन गया था. अब भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला जीत चुकी है.