पूर्व इंग्लैंड कप्तान नासिर हुसैन का दावा है कि न्यूजीलैंड टीम फाइनल में ज़बरदस्त प्रदर्शन करने वाली है। उनका मानना है कि कीवी एक ऐसी टीम है जो बड़े मौक़ों पर कभी चोक नहीं करती है। जिसकी वजह है कि टीम में हमेशा से ही ऐसे खिलाड़ी मौजूद रहे हैं। जो अपना पूरा जोर लगा देते हैं। इसके अलावा अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का तालमेल उन्हें और बेहतर बना देता है।
न्यूजीलैंड टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक शानदार रही है। सेमीफ़ाइनल जैसे बड़े मौक़े पर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए टीम ने 362 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था। जिसके बाद साउथ अफ़्रीका की टीम 312 रन ही बना सकी।
स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए नासिर हुसैन ने कहा कि
वे निडर होकर खेलने वाले हैं और चोक नहीं करेंगे। हमारी एरोन फ़िंच से बात हुई वह कह रहा था कि न्यूजीलैंड एक ऐसी टीम है जो कभी ख़ुद को कमज़ोर नहीं मानती है। इसका मतलब है कि वे कुछ धमाका ज़रूर करने वाले हैं और यह उनके खेल में दिखेगा। उनकी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो हर मैच में अपना बेस्ट देते हैं। यही एक कारण है कि वे हमेशा सेमीफ़ाइनल और फाइनल में हमें नज़र आते हैं।
अनुभवी और युवा खिलाड़ियों के मिक्चर को भी न्यूजीलैंड की सफलता का एक राज मानते हैं नासिर हुसैन। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के पास दिग्गज सीनियर खिलाड़ी रहे हैं। जैसे कि अभी केन विलियमसन, जो एक महानतम बल्लेबाज़ हैं और दूसरी ओर रचिन रविंद्र जैसा युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। अगर वे हारते भी हैं तो ऐसा सिर्फ़ इसलिए होगा कि उन्हें भारत हराएगा।
न्यूजीलैंड ने अपना सेमीफ़ाइनल मुक़ाबला साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पाकिस्तान के गद्दाफ़ी स्टेडियम में खेला था। जिसमें रचिन रविंद्र और केन विलियमसन ने शतकीय पारी खेली। रचिन ने 108 रन बनाए जबकि केन विलियम्सन ने 102 रनों की पारी खेली। इसके बाद डेरिल मिशेल की 49 रनों की पारी और ग्लेन फ़िलिप्स की महज़ 27 गेंदों पर 49 रनों की पारी ने न्यूजीलैंड का स्कोर 362 रनों तक पहुंचा दिया था।
जवाब में उतरी साउथ अफ़्रीका की टीम ने लगातार विकेट गंवाए। डेविल मिलर शतक लगाकर नाबाद रहे लेकिन दूसरी छोर पर कोई बल्लेबाज़ ने होने के चलते वह कुछ नहीं कर सके।