Ration Card:उत्तर प्रदेश सरकार ने राशन कार्ड को लेकर अपने तेवर सख्त कर लिए है जिले में अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है जो भी अपात्र है ऐसे लोगों का राशन कार्ड रद्द किए जा रहे है जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन का लाभ ले रहे थे
लेकिन योजना के पात्र नहीं थे इस अभियान में सरकार की तरफ से अब तेजी लाई गई हैऔर सितंबर माह के अंत तक सभी अपात्र लोगों के राशन कार्ड रद्द कर काट दिए जाएंगे.
यूपी के हापुड़ जिले में आपूर्ति विभाग के सॉफ्टवेयर ने सैकड़ों परिवारों के राशन कार्ड (Ration card) को लाक कर दिया है। जरूरतमंद होने के बावजूद इन परिवारों को अब राशन मिलना बंद हो जाएगा। इन परिवारों ने अपनी जरूरत के लिए बैंकों से ऋण लिया था।
आपूर्ति विभाग के मानक के अनुसार, बैंक द्वारा कर्ज किसी भी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का आंकलन करके ही दिया जाता है। जो व्यक्ति बैंक के कर्ज की किस्त जमा करने में सक्षम है, उसकी आय उसके अनुरूप है। बैंकों ने ऋण देने के लिए जरूरतमंद लोगों के पेन कार्ड लगाए थे। उसके आधार पर इनकी आय राशन कार्ड की पात्रता से ज्यादा हो गई है।
योजना के लाभार्थी कौन?
शहरी क्षेत्रों में रहने वाले जिन परिवारों की आय तीन लाख से कम है और ग्रामीण क्षेत्रों में दो लाख रुपये से कम है उन्हें ही इस योजना का लाभ मिलेगा. आवेदन के बाद पात्र को अपने दस्तावेज जिला पूर्ति विभाग में जमा करवाने पड़ते हैं जिसके बाद दस्तावेज का सत्यापन किया जाता है.
अपात्रों ने कैसे बनवाए राशन कार्ड
जिला पूर्ति विभाग के सत्यापन में लापरवाही के कारण ही कई अपात्र व्यक्तियों ने राशन कार्ड बनवा लिए थे. अब इन अपात्र राशन कार्ड धारकों का नाम लाभार्थियों की सूची से हटाया जा रहा है. जिला पूर्ति अधिकारी अमित तिवारी के अनुसार अपात्रों के राशन कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है
राशन कार्ड का निरस्तीकरण
अब तक जिले में लगभग 20 प्रतिशत राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं. सत्यापन के कार्य में तेजी लाकर सितंबर माह में शेष अपात्रों का नाम भी लाभार्थियों की सूची से हटाया जाएगा और उनके राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे. पात्र व्यक्तियों के लिए नए राशन कार्ड बनाए जाएंगे जिससे योजना का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके.