रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने champions trophy 2025 का ख़िताब अपने नाम कर लिया. यह तीसरा मौक़ा है जब भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब जीत है. दुबई इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडीयम में भारत ने इतिहास रचा है. रोहित शर्मा की टीम ने वो कर दिखाया है जो टीम भारत के अब तक के सबसे सफल कप्तान रहे एमएस धोनी की कप्तानी में भी नहीं कर सकी थी.
रविवार को न्यूजीलैंड के साथ खेले गए फ़ाइनल मैच में भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी पारी की मदद से जीत को सुनिश्चहित किया. इसके साथ ही उन्होंने ICC ख़िताब जीतने का एक ख़ास तमग़ा अपने नाम जोड़ लिया.
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया की जीत
धोनी की कप्तानी में भारत ने तीन ICC ख़िताब जीते. पहले साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया. इसके बाद आया साल 2011 जब कपिल देव के बाद दूसरी बार भारत ने धोनी की लीडरशिप में विश्व कप को अपने नाम किया. इसके दो साल बाद धोनी की ही कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की. धोनी की इन icc ख़िताबों के बीच कुछ सालों का अंतर रहा है. जबकि रोहित शर्मा की कप्तानी में लगातार दूसरे साल भारत ने दो icc ट्रॉफी जीत ली हैं.
दो साल में दो icc ट्रॉफी
पिछले साल रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप जीत कर भारत के क्रिकेट प्रेमियों को अपार ख़ुशियां दी थीं. अब कुछ महीने के बाद रोहित की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में दूसरा ख़िताब अपने नाम कर लिया है. यानि रोहित ने बैक टू बैक ट्रॉफी जीत कर इस मामले में धोनी को भी पीछे छोड़ दिया है.
रोहित ने फ़ाइनल मैच में अपने प्रदर्शन से दिया जवाब
रोहित शर्मा के बल्ले से चैंपियंस ट्रॉफी फ़ाइनल से पहले तक कोई बड़ी पारी नहीं निकली थी. ऐसे में उनकी बल्लेबाज़ी को लेकर सवाल उठने लगे थे. फ़ाइनल जैसे बड़े मौक़े पर रोहित शर्मा ने 76 रनों की पारी खेलकर ऐसी अटकलों को अब कुछ समय के लिए ख़ामोश कर दिया है.