भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज चैंपियंस ट्राफ़ी का फ़ाइनल मुक़ाबला दुबई में खेला जाना है. वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टी-20 के बाद लगातार तीसरे मौक़े पर आईसीसी इवेंट में टीम इंडिया फ़ाइनल में हैं. न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ मैच में टीम के लिए जीत दर्ज करना आसान नहीं होगा. भले ही रोहित एंड कंपनी ने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया हो लेकिन फ़ाइनल का मुक़ाबला कीवी टीम के सामने कड़ा का होने वाला है.
जीत में छुप गयी टीम की कमजोरी
चैंपियंस ट्राफ़ी में भारत ने अपने सभी मैचों में अब तक जीत हासिल की है. शुरुआत बांग्लादेश को हाराने से हुई. इसके बाद पाकिस्तान को शिकस्त दी. फिर न्यूजीलैंड को हराया. इसके बाद सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराकर फ़ाइनल का टिकट पक्का किया. कुछ मैचों में सलामी जोड़ी जल्द ही लौट गयी. जिसके बाद मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों ने पारी को सम्भाला.
रोहित शर्मा बड़े स्कोर बनाने में फ़्लॉप
कप्तान रोहित शर्मा ने बीते कुछ सालों में अपने बैटिंग स्टाइल को बदला है. वह शुरुआत में तेज़ी के साथ रन बनाने की कोशिश करते हैं. वह ऐसा करने में सफल भी रहे थे. लेकिन चैम्पियंस ट्राफ़ी में अगर बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मैच को छोड़ दें तो वह किसी भी मैच में बड़ा स्कोर नहीं कर पाए हैं.
फ़ाइनल जैसे बड़े मुक़ाबले में भी अगर वह जल्दी आउट होकर पवेलियन लौट जाते हैं तो टीम के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. अगर टीम को बड़े स्कोर तक पहुँचना है तो रोहित का रन बनाना ज़रूर हो जाता है. पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर भी मानते हैं कि रोहित को 25 या 30 रनों की पारी के बजाए बड़ी पारी खेलने पर भी फ़ोकस करना चाहिए. जिससे टीम की जीत आसान हो सकती है. अगर कप्तान रोहित शर्मा फिर से वही गलती दोहराते हैं तो इसका ख़ामियाज़ा टीम को फ़ाइनल मुक़ाबले में भुगतना पड़ सकता है.