उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं. इन चुनावों को यूपी की राजनीति के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. हालाकि इसमे जीत-हार से प्रदेश की सरकार पर कोई खास असर नही पड़ेगा फिर भी भाजपा और सपा दोनों इसे नाक का सवाल बनाए हुए हैं.
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सपा काफी उत्साहित है और उपचुनाव में जीत दर्ज करके मनोवैज्ञानिक बढ़त लेना चाह रही है वहीं भाजपा इसमें बंपर जीत दर्ज करके अयोध्या की हार का बदला लेना चाह रही है. समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव की तैयारियों को धार देते हुए आज 06 सीटों पर प्रभारियों के नामों का एलान कर दिया है हालांकि अभी तक किसी भी सीट पर उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया गया है.
विधायक से सांसद बने अवधेश प्रसाद को मिल्कीपुर अयोध्या सीट की जिम्मेदारी दी गई है, इससे पहले वो इसी सीट से विधायक थे. इसके अलावा चाचा शिवपाल यादव को कटेहरी, इंद्रजीत सरोज को फूलपुर, चंद्रदेव यादव को करहल, वीरेंद्र सिंह को मझवां और राजंद्र कुमार को सीसामऊ सीट का प्रभारी बनाया गया है. बतया जा रहा है कि बाकी बची 04 सीटों पर भी जल्द ही प्रभारियो के नाम का एलान हो सकता है.
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 12, 2024
प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने को लेकर भी लगातार बैठकों का दौर जारी है. फूलपुर सीट कांग्रेस को दिए जाने की भी चर्चा चल रही है. बता दें कि जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें करहल, कुंदरकी, मिल्कीपुर, कटहरी और सीसामऊ पर सपा का कब्जा था.
इस बार समाजवादी पार्टी इन पांचों के अलावा और भी सीट जीतकर सत्ता पक्ष को कमजोर साबित करना चाह रही है वहीं भाजपा किसी भी हाल में सभी सीटें जीतकर विपक्ष के पीडीए वाले नारे की हवा निकालने की तैयारी कर रही है. इनमें से सबसे हॉट सीट मिल्कीपुर और करहल है. अब देखना ये है कि प्रदेश की जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है.