भारतीय शेयर में गिरावट का दौर लंबे समय से जारी है. इसी दौर में TATA ग्रुप की कंपनी TATA मोटर्स के शेयर टूटकर आधे दाम पर पहुंच गए हैं. इस गिरावट की वजह से TATA मोटर्स के शेयरधारकों के तकरीबन 2 लाख करोड़ रूपये डूब चुके हैं.
जुलाई 2024 में TATA मोटर्स का शेयर 1179 रूपये के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था. अब ये अपने उच्चतम स्तर से 44 प्रतिशत गिरकर 661.75 रूपये पर पहुंच गया है. इस वजह से TATA मोटर्स का मार्केट कैप तकरीबन 1.9 लाख करोड़ रूपये घट गया है.
TATA मोटर्स के शेयरों में गिरावट के पीछे का कारण चीन और ब्रिटेन जैसे बाजारों में जगुअर लैंड रोवर की कमजोर मांग के साथ-साथ यूरोपीय निर्मित कारों पर संभावित अमेरिकी आयात शुल्क पर चिंताएं हैं.
इसके अलावा एम एंड एचसीवी व ईवी सेगमेंट में घरेलू बिक्री संबंधी चिंताओं की वजह से इस कंपनी के शेयर 4 प्रतिशत तक गिर गए हैं. इन सब चिंताओं के बावजूद एनालिस्ट इसके शेयर में 930-935 रूपये का टारगेट दे रहे हैं.
वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही का नतीजा भी निराशाजनक रहा, अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में TATA मोटर्स का मुनाफा 22 प्रतिशत घटकर 5578 करोड़ रूपये रह गया जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में इसे 7145 करोड़ का लाभ हुआ था.
कंपनी ने बताया कि उसका कुल खर्च बढ़कर 1,07,627 करोड़ रूपये पहुंच गया जोकि पिछले साल इसी तिमाही में 1,04,494 करोड़ रूपये था. बता दें कि TATA मोटर्स भारत की एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी है, जो TATA समूह का हिस्सा है.
इस कंपनी की स्थापना 1945 में हुई थी और इसका मुख्यालय पुणे, महाराष्ट्र में स्थित है. TATA मोटर्स भारतीय बाजार में हल्के, भारी और वाणिज्यिक वाहनों के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाती है.
यह कारों, ट्रकों, बसों, वैन जैसे विभिन्न प्रकार के वाहनों का उत्पादन करती है. TATA मोटर्स ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को एक नई दिशा दी है. इसकी कारों और वाहनों ने न केवल भारतीय बाजार में बल्कि वैश्विक बाजार में भी अपनी पहचान बनाई है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. हम किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देते हैं.)