उत्तर प्रदेश सरकार की नई सोशल मीडिया नीति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. अखिलेश-ओवैसी के बाद अब कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार की नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मसले को लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे, तुम दिन को अगर रात कहो, रात कहेंगे. 69000 शिक्षक भर्ती का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि न्याय मांग रही महिलाओं की आवाजें आपकी नई सोशल मीडिया नीति में किस श्रेणी में आएंगी.
इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इसे लेकर कहा था कि हम बांट रहे हैं दाने, गाओ हमारे गाने, जेल तुम्हारा घर है, अगर हुए बेगाने. यही है उत्तर प्रदेश सरकार की नई सोशल मीडिया पॉलिसी का सच. ये तरफदारी के लिए दी जाने वाली भाजपाई घूस है. भाजपा भ्रष्टाचार की थाली में झूठ परोस रही है. जनता के टैक्स के पैसे से आत्म प्रचार एक नये तरीके का भ्रष्टाचार है. निंदनीय!
अखिलेश यादव के अलावा एआईएमआईएम के मुखिया असदउद्दीन ओवैसी ने भी योगी सरकार की इस नीति पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई स्कीम चलाई है.
स्कीम के तहत सोशल मीडिया पर बाबा की झूठी तारीफ करने से कोई 8 लाख रूपये तक कमा सकते हैं. अगर आपने बाबा या उनकी पार्टी का कानूनी विरोध भी किया तो आपको राष्ट्र विरोधी घोषित कर जेल भेज दिया जाएगा. आपके टैक्स के पैसों से अब आईटी सेल वालों का घर चलेगा.
बता दें कि यूपी की योगी सरकार ने नई सोशल मीडिया पॉलिसी को मंजूरी दी है. इसके तहत अगर आपके सोशल मीडिया पर अच्छे खासे फॉलोअर्स हैं तो आपका सरकार की योजनाओं और उपलधियों का प्रचार प्रसार करके 2 लाख से 8 लाख रूपये महीना तक कमा सकते हैं. इसके अलावा अगर आपने कोई आपत्तिजनक, अश्लील या राष्ट्र विरोधी पोस्ट की तो आपको तीन साल से लेकर उम्र कैद तक की सजा भी हो सकती है.