महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वहां की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एनडीए गठबंधन हो या महाविकास अघाड़ी गठबंधन दोनों की खेमे चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. दिल्ली से भी बड़े नेताओं के महाराष्ट्र आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. दोनों ही तरफ सबसे ज्यादा खींचातानी सीएम पद के चेहरे को लेकर चल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने 76000 करोड़ की वधावन पोर्ट योजना का शिलान्यास किया और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर माफी मांगी.
वाढवण पोर्ट प्रोजेक्ट को दशकों तक उन्हीं दलों ने लटकाकर रखा, जो महाराष्ट्र का विकास नहीं चाहते। pic.twitter.com/08lFrVX9Uz
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2024
एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की धरती पर आते ही मैने सबसे पहले मेरे अराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में सिर झुकाकर क्षमा मांगी. मैं उनसे भी क्षमा मांगता हूं जो उनको पूजते हैं.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत के महान सपूत वीर सावरकर को गाली देते हैं, उन्हें अपमानित करते हैं और देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं.
महाराष्ट्राच्या भूमीवर येताक्षणीच मी आज सर्वप्रथम माझे आराध्य दैवत छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या चरणी मस्तक झुकवून क्षमा मागितली. गेल्या काही दिवसात सिंधुदुर्गात जे झाले त्यासाठी मी त्यांची देखील क्षमा मागतो जे छत्रपती शिवाजी महाराजांचे पूजन करतात. pic.twitter.com/mlhBdZDoPs
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2024
बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण पीएम मोदी ने नौसेना दिवस के अवसर 4 दिसंबर को राजकोट किले पर किया था. 26 अगस्ती की दोपहर को अचानक ये प्रतिमा ढह गई थी. इसके बाद से लेकर महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ गया. विपक्ष ने भाजपा पर छत्रपति शिवाजी का अपमान और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए.
इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल और एक ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया था. शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के विरोध में महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने एक सितंबर को मुंबई में मार्च निकालने की योजना बनाई है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विपक्ष को ऐसी आछी राजनीति नहीं करनी चाहिए, इस प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना ने करवाया था.