कैसरगंज से पूर्व सांसद और चर्चित भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच चला विवाद जगजाहिर है. एक बार फिर बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों से दो-दो हाथ करने को तैयार है. इस बार मुकाबला राजनीतिक होगा. हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने एलान किया है कि अगर पार्टी इजाजत देती है तो महिला पहलवान विनेश फोगाट के खिलाफ प्रचार करेंगे.
महिला पहलवान विनेश फोगाट को कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने के बाद भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह उन्ळें लगातार घेरने में लगे हुए हैं. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि पहलवानों ने उनपर जो भी आरोप लगाए थे वो राजनीति से प्रेरित थे और इसके पीछे कांग्रेस पार्टी का हाथ था. चुनाव से पहले दोनों के कांग्रेस में शामिल होने से ये बात साबित होती है.
कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि हरियाणा चुनाव में विनेश फोगाट को कोई भी साधारण भाजपा प्रत्याशी हरा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी मुझे इजाजत देती है तो मैं विनेश फोगाट के खिलाफ चुनाव प्रचार करूंगा. बृजभूषण सिंह ने कहा कि विनेश और बजरंग ने कुश्ती में बहुत नाम कमाया है लेकिन कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद उनका ये नाम मिट जाएगा.
बता दें कि विनेश और बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश को टिकट भी मिल गया है. अब वो हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. हरियाणा की राजनीति में जाट समुदाय की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, यहां जाटों की आबादी तकरीबन 22 फीसदी से अधिक है. जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दोनों पहलवानों के आने से हरियाणा में कांग्रेस को जाट वोटों का फायदा मिल सकता है.
साथ ही दोनों लोग राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भी भाजपा को काउंटर करेंगे. दोनों युवा खिलाड़ी हैं इसलिए युवा वोटर भी कांग्रेस से जुड़ सकता है. खासकर विनेश महिलाओं के मुद्दे पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.
विनेश और बजरंग ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता पर शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे, उन्होंने जंतर मंतर पर धरना भी दिया था जिसे पुलिस ने बल पूर्वक खत्म करा दिया. भाजपा सरकार का ये कदम अब उनपर भारी पड़ सकता है.