GOLD की कीमतों में बीते दो महीनों में जबर्दस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. मोदी 3.0 बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने का एलान किया, जिसके बाद सोने की अचानक चमक फीकी पड़ गई और चांदी भी टूट गई.
इसके बाद बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी. क्रिसिल की ताजा रिपोर्ट की मानें तो चालू वित्तीय वर्ष में सोने की बिक्री से ज्वैलर्स के रेवन्यू में 22 से 25 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी में इजाफा हो सकता है.
बजट के बाद खूब फिसला सोनाः
GOLD PRICE में बजट के बाद अचानक से बड़ी गिरावट देखने को मिली थी, बजट वाले दिन ही सोने के दाम 4 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक कम हो गए थे. इसके बाद कई दिनों तक गोल्ड प्राइस में गिरावट का सिलसिला देखने को मिला.
ऐसे में सोना 67 हजार रुपये दस ग्राम तक पहुंच गया. जबकि इसके पहले कीमतों की बात की जाए तो ये 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार बनी हुई थी. हालांकि अगस्त महीने में सोने की कीमतों में एक बार फिर से उछाल आया.
कीमत गिरने से लोगों में उत्साहः
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि कस्टम ड्यूटी में इस भारी कटौती ज्वैलर्स इंडस्ट्री के समय पर की गई है. क्योंकि गोल्ड रिटेलर इस समय शादी और त्यौहारों की तैयारियों में जुटे हुए हैं. सोने की कीमत में कमी के कारण रिटेलर अपने स्टाक में 5 फीसदी तक की वृद्धि कर सकते हैं.
अभी क्या है सोने का भावः
बीते कारोबारी दिन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली थी और ये फिसलकर 71,538 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था. वहीं घरेलू बाजार में इसके रेट की बात करें तो IBJA की वेबसाइट के मुताबिक, 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड 71,380 रुपये, 22 कैरेटड का भाव 69,660 रुपये प्रति 10 ग्राम, 20 कैरेट का दाम 63,530 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट गोल्ड का रेट 57,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया.