पॉपुलर मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद भारकत सरकार की ओर से भी जांच का आदेश आ गया है. सरकार इस बारे में ये जानना चाहती हैं कि क्या इस ऐप का इस्तेमाल क्रिंमिनल एक्टिविटीज में हो रहा हैं.
जिसमें Extorion और Gambling आदि शामिल हैं य़े जानकारी मीडिया रिपोर्टस से मिली हैं. रिपोर्टस में ये दावा किया गया है कि अगर ये जांच में दोषी पाया जाता हैं तो इस पर बैन लग सकता है.
जांच के बिंदु ये रहेंगेः
भारत में ये जांच गृह मंत्रालय और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत काम करने वाली एजेंसी Indian cybercrime coordination centre (14 c) शुरु कर सकती है. Telegram के भारत में करीब 5 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स हैं, ऐसे में पता चलता है कि इसका इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाता है.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक भारत सरकार की जांच का फोकस Telegram के peer to peer (p2p) communications पर होगा. यहां गैर कानूनी एक्टिविटीज पर ध्यान दिया जाएगा. रिपोर्टस के मुताबिक, फाइनल डिसिजन जांच की रिपोर्ट पर लिया जाएगा.
क्या होगा टेलीग्राम का?
टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप के फाउंडर और CEO पावेल ड्यूरोव को शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया. ये गिरफ्तारी बॉर्गेट हवाई अड्डे पर की गई. इसके बाद से ही पूरी दुनिया में ये खबर आग की तरह फैल गई. हालांकि ELON MUSK समेत कई लोग CEO के सपोर्ट में भी आएं तो कुछ लोगों ने विरोध भी किया.
टेलीग्राम मैसेजिंगल ऐप के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्यूरोव की ये गिरफ्तारी एक पुलिस जांच के तहत की गई है. ये जांच टेलीग्राम पर मॉडरेटर की कमी पर केंद्रित थी. पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि मॉडरेटर की कमी ने मैसेजिंग ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को बिना रोक-टोक के चलने दिया गया.