UP Expressway: बेहतर यात्रा के लिए अच्छी गुणवत्ता की सड़कों का होना बेहद ज़रूरी है।जितना अच्छा रोड का इंफ्रास्ट्रक्चर होगा विकास की गति भी उतनी तेज होगी।यही वजह है कि सरकारें एक्सप्रेस वे के निर्माण पर अधिक ध्यान दे रही हैं।ख़ासतौर पर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस के मामले में भारत के सभी राज्यों से कहीं ज़्यादा आगे निकल चुका है।राज्य में एक के बाद एक एक्सप्रेस वे बनते जा रहे हैं।नतीजतन प्रदेश के किसी भी कोने में सफ़र करना आसान होता जा रहा है।
UP Expressway
उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में 15 एक्सप्रेस वे हैं, इनमें से कई संचालित हैं और कई मार्गों का निर्माण कार्य पूरा होने के बेहद क़रीब है. इन एक्सप्रेस वे के ज़रिए विभिन्न शहरों के बीच सफ़र आसान हो गया है. इनसे समय और ईंधन की बचत हो रही है. राज्य में एक नया एक्सप्रेस वे गंगा एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो रहा है. जल्द ही यह एक्सप्रेस वे आम लोगों के लिए खुलने वाला है.
गंगा एक्सप्रेस वे
उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा और बड़ा माने जाने वाला गंगा एक्सप्रेस वे इसी साल दिसंबर 2024 में बनकर तैयार हो जाएगा. लक्ष्य रखा गया है कि इसे साल 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले से पहले आम लोगों के लिए खोल दिया जाए. 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक सूत्र में बांधकर सफर को सुगम बनाएगा.
इसके खुलने से मेरठ से प्रयागराज महज़ आठ घंटे में पहुँचना संभव हो पाएगा. इस एक्सप्रेस वे पर शाहजहांपुर के पास एयरस्ट्रीप भी बनाई जाएगी ताकि, आपातकालीन परिस्थिति में हेलीकॉप्टर या प्लेन उतारा जा सके. गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ बुलन्दशहर पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज पर जूड़ापुर दादू गाँव के समीप समाप्त होगा. गंगाएक्सप्रेस वे के सफ़र में मेरठ के बाद हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज आएगा.