हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 67 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद भाजपा में शुरू हुई बगावत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक कई सीटों पर पर पार्टी अपने ही नेताओं से काफी परेशान दिखाई दे रही है. कुछ नेता तो खुलकर बगावत पर उतर आए और उन्होंने पार्टी छोड़ दी तो वहीं कुछ अंदरखाने नाराज हैं और अपनी नाराजगी को पार्टी आलाकमान तक पहुंचा रहे हैं.
ताजा मामला रोहतक की महम सीट से सामने आया है. यहां से भाजपा ने दीपक हुड्डा को टिकट दिया है. अब भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा ने इस सीट पर बगावत का बिगुल बजाते हुए चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक उन्होंने खरकड़ा गांव में एक पंचायत बुलाई और कहा कि पार्टी ने जिस आधार पर टिकट का बटवारा किया है उसका कोई जमीनी आधार नहीं है. उन्होंने कहा कि वो 12 सिंतबर को नामांकन दाखिल करेंगे. शमशेर यहां से अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे.
इसके अलावा यमुनानगर से बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र चावला ने भी पार्टी से किनारा कर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा अब पहले वाली पार्टी नहीं रही.
उधर भाजपा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला और टोहना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद बबली के बीच राजनतिक दूरियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बराला ने बबली के नामांकन कार्यक्रम में शिरकत नहीं की.
इसी क्रम में हरियाणा के पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वो जेजेपी के बागी विधायक रामकुमार गौतम को टिकट दिए जाने से नाराज थे. इसी तरह विधायक लक्ष्मण नापा ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया. सोनीपत से पूर्व मंत्री कविता जैन भी टिकट ना मिलने से नाराज बताई जा रही हैं.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 67 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद भाजपा को 25 से 30 सीटों पर बगावत का समाना करना पड़ रहा है. अगर जल्द ही पार्टी ने आपसी कलह को खत्म नहीं किया तो चुनाव में इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.